Swarved Mahamandir: वाराणसी का स्वर्वेद महामंदिर आज कल बहुत ही सुर्खियां बटोर रहा है ! और बटोरे भी क्यों न,यह मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा मेडिटेशन सेंटर जो ठहरा ! इस मंदिर का उद्घाटन हमारे देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा किया गया है ! स्वर्वेद महामंदिर वाराणसी के चौबेपुर इलाके में पड़ता है !
इस मंदिर के मुख्य गुंबद 125 पंखुड़ियों के विशालकाय कमल पुष्प की तरह देखने से लग रहा है ,जिसका निर्माण गुजरात में जीआरसी तकनीक द्वारा किया गया ! स्वर्वेद महामंदिर देश का सबसे बड़ा मेडिटेशन सेंटर बन गया है ! महामंदिर के परिसर में 100 फीट ऊंची सद् गुरुदेव की सैंड स्टोन की प्रतिमा भी स्थापित है !
Swarved Mahamandir ( स्वर्वेद महामंदिर )
पीएम नरेंद्र मोदी का इस मंदिर से गहरा जुड़ाव है ! यह मंदिर सात मंजिल की है ! जिसमे एक साथ 20,000 लोग बैठ सकते हैं ! यह मंदिर125 पंखुरियों वाले कमल के गुंबद से सजा हुआ है ! इस मंदिर का नाता सीधे सद्गुरु सदाफल देवजी महाराज से है !
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स्वर्वेद महामंदिर की विशेषताएं
- इसमें 125 पंखुड़ी कमल गुम्बद है !
- 3137 मकराना संगमरमर पर उत्कीर्ण श्लोक उत्कीर्ण !
- जागरूक संस्थाओं को जानने के लिए एक अनुसंधान केंद्र है !
- 20000 से अधिक लोग एक साथ बैठकर ध्यान कर सकते हैं इसमें !
- औषधीय जड़ी बूटियों की विशेषता वाला उत्तम उद्यान है !
- आध्यात्मिकता के शिखर से प्रेरित – स्वार्वेद !
- भारतीय विरासत की झलक को दर्शाती जटिल नक्काशीदार बलुआ पत्थर संरचनाएं है इसमें !
- यहां योग साधना करने की सुविधा होगी !
- यह दुनिया का सबसे बड़ा मेडिटेशन सेंटर बन गया है !
स्वर्वेद महामंदिर के बारे में जाने जरुरी बात !
स्वर्वेद महामंदिर विश्व का अद्वितीय आध्यात्मिक केंद्र है ! 182 फिट ऊँचे और 80 हजार वर्ग फिट क्षेत्र में निर्मित इस मंदिर में एक साथ 20 हजार साधक योग साधना कर सकते हैं ! सात मंजिला इस मंदिर के हर तल पे सादुरुदेव की संगमरमर की मूर्ति लगी हुई है !
स्वर्वेद महामंदिर उद्घाटन
स्वर्वेद मंदिर का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा वाराणसी के चौबेपुर इलाके के उमरहा में किया गया ! इस मंदिर का निर्माण विहंगम योग संस्थान के प्रणेता संत सदाफल महाराज जी ने करवाया था ! विश्व के दर्जनों देशों में संत सदाफल महाराज जी के आश्रम हैं ! जिसमे सबसे बड़ा वाराणसी का यह आश्रम है ! तक़रीबन 20 वर्षों से इस आश्रम को बनाने की योजना बन रही थी ! इस मंदिर की खासियत की चर्चा पूरे विश्व में हो रही है ! सात मंजिला यह मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा मेडिटेशन सेंटर बन गया है !
स्वर्वेद महामंदिर की ये है खासियत
2004 में स्वर्वेद मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ था ! इस मंदिर को बनाने में लगभग 19 वर्ष का समय लग गया ! यह मंदिर 200 एकड़ परिसर में फैला हुआ है ! इस मंदिर की दीवारों पर 4000 दोहे स्वर्वेद के अंकित किए गए हैं ! इस मंदिर की अग्गर खासियत की बात करें तो इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता ये है की यह मंदिर तो है पर यहां पर भगवान की नहीं बल्कि योग- साधना की पूजा होती है जो इस मंदिर को बहुत ही खास बनती है !
इस मंदिर की दीवारों पर बहुत ही अद्भुत नक्काशी की गई है जो इसे और आकर्षक बनती है ! इस मंदिर के पहले चरण का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया है ! इस मंदिर के लोकार्पण का निमंत्रण प्रधानमंत्री मोदी को साल 2019 में जब वो इस मंदिर का काम देखने गए थे तभी पर गया था और उन्होंने इसे स्वीकार भी कर लिया था ! इस मंदिर के साथ साथ संत सदाफल महाराज की 135 फीट ऊंची प्रतिमा का शिलान्यास भी पीएम नरेंद्र मोदी ने किया !
निष्कर्ष-
Swarved Mahamandir के बारे में सारी जानकारी आपको दी गयी है , जो आपके आगामी एग्जाम में पूछ सकता है ! तो लेख को अंत तक पढ़े !